लॉकडाउन के बीच व्यवस्था बनाने में पुलिस और व्यापारियों में तनातनी भी बढ़ रही है। शुक्रवार सुबह नवीन मंडी गेट पर वाहन खड़े करने को लेकर पुलिस के मारपीट और अभद्रता करने के बाद व्यापारियों ने दोपहर में 29 मार्च से काम ठप करने की धमकी दे डाली। हालांकि देर शाम मंडी समिति अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद मामला निपट गया और बंदी का फैसला वापस ले लिया। पुलिस ने मारपीट और अभद्रता के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। वहीं, आज भी मंडी सुबह सात से दोपहर 1 बजे तक खुलेगी।
धान मिल निवासी आढ़ती कन्हैयालाल ने बताया कि शुक्रवार तड़के पांच बजे आढ़त खोलने के लिए मंडी गेट पर स्कूटी से पहुंचे। आरोप है कि स्कूटी खड़ी करने के बाद पुलिस ने उनका पास नहीं देखा और दो डंडे मार दिए। व्यवसायी का आरोप था कि पीटने वाले मंडी चौकी प्रभारी मुन्नौवर हुसैन थे। इसी प्रकार लाइन नंबर 17 निवासी आलू फल आढ़ती जुल्फेकार अली सवा पांच बजे मंडी गेट पर स्कूटी खड़ी करने लगे। पुलिस ने गेट से स्कूटी हटाने के लिए कहा। व्यापारी ने दूसरे स्थान पर स्कूटी खड़ी की। आरोप है कि चौकी प्रभारी हुसैन ने उनके साथ भी गाली गलौज की। विरोध करने पर धक्का देने की कोशिश की।
घटना की जानकारी मिलने पर व्यवसायी गुस्से में आ गए। सुबह करीब आठ बजे व्यवसायी चौकी प्रभारी से उलझ गए। सूचना पर एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव ने मौके पर पहुंचकर व्यवसायियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। आलू फल आढ़ती व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष जीवन सिंह कार्की के नेतृत्व में व्यवसायी मंडी समिति के सचिव विश्व विजय सिंह देव को पत्र सौंपा। आरोप लगाया कि पुलिस-प्रशासन मंडी के व्यवसायियों के साथ गुंडों जैसा बर्ताव कर रही है।
ऐसे हालात में व्यवसायी 29 मार्च से कार्य करने में असमर्थ हैं। दोपहर में मंडी समिति अध्यक्ष मनोज शाह के कक्ष में वार्ता हुई। इसमें पुलिस ने खेद व्यक्त कर दोनों पक्षों में समझौता करा दिया। वार्ता में मंडी समिति के सचिव विश्व विजय सिंह देव, सीओ सिटी शांतनु पराशर, अध्यक्ष जीवन सिंह कार्की, उपाध्यक्ष कैलाश जोशी, सज्जाद अली, कन्हैया लाल, जुल्फेकार अली, प्रेम मदान, इसरार आदि रहे। इधर, मामले में चौकी प्रभारी हुसैन का कहना था कि व्यवसायी रोड पर स्कूटी खड़ी कर रहे थे। वाहनों के खड़े होने से बरेली हाईवे पर जाम लगता है। उन्होंने किसी व्यवसायी को नहीं पीटा।
आरएफसी और एसपी सिटी मौके पर पहुंचे
पुलिस ने शुक्रवार को आरएफसी गोदाम में कार्य कर रहे श्रमिकों को बिना बात के पीट दिया। इससे गुस्साए श्रमिकों ने राशन लदान बंद कर दिया। उधर पहाड़ों से आए सस्ता गल्ला विक्रेताओं को तीन घंटे राशन नहीं मिला। शिकायत पर आरएफसी और एसपी सिटी मौके पर पहुंचे। एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव ने भविष्य में ऐसी पुनरावृत्ति न होने की बात कही। तब जाकर श्रमिकों ने तीन घंटे बाद राशन का लदान शुरू किया। बता दें कि पीडीएस गोदाम से सस्ता गल्ले की दुकानों को राशन बांटा जा रहा है।